रीवा : एक ओर जहां सरकार ने गांव के विकास की पूरी ज़िम्मेदारी पंचायत के माध्यम से प्रतिनिधि सरपंच-सचिव आदि के हांथो में सौंपी है। वहीं जवा जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत बीरपुर के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का भवन निर्माण कार्य लगभग 12 वर्ष पूर्व शुरू हुआ परन्तु अब तक यह विद्यालय भवन पूर्ण रूप से तैयार नहीं हो सका। लगभग कई सालों से आधा अधूरा जस का तस पड़ा हुआ है। जबकि दो सरपंचो का कार्यकाल समाप्त हो चुका और तीसरे सरपंच की भी पंचवर्षीय लगभग समाप्त होने के कगार पर है। लेकिन आज तक विद्यालय निर्माण का कार्य पूरा नही हो सका। आपको बता दे कि लोगों का आरोप है कि निर्माण एजेंसी ग्राम पंचायत, संबंधित सरपंच-सचिव और उपयंत्री की मिलीभगत के चलते पूरी राशि निकाल लिए गए हैं और विद्यालय भवन निर्माण आज भी आधा अधूरा पड़ा है। लिहाजा भवन खंडहर होने की कगार पर है, इतना ही नही जितना कार्य कराया भी गया है, वह भी रख-रखाव के अभाव मे धरासाही हो रहा है। खिड़की दरवाजे और गेट सबके सब असामाजिक तत्वों द्वारा उखाड़े जा रहें हैं, लेकिन जिन लोगों को गाँव की जिम्मेदारी प्रतिनिधि के रूप में सुनिश्चित की जाती है वे अपने दायित्वों के कर्तव्यों से पल्ला झाड़ लेते है और उन पर न प्रशासनिक अमला द्वारा निरीक्षण होता हैं और न ही कार्यवाही, जिनके कंधे पर इनके गुणवत्ता की जिम्मेदारी दी गई है, वही इस ओर ध्यान नही देते हैं। जनपद पंचायत जवा के ग्राम पंचायत बीरपुर के सामाजिक कार्यकर्ता राजधर यादव द्वारा इन स्थितियों से कलेक्टर एवं जिला पंचायत सीईओ का ध्यान आकृष्ट कराते हुए विद्यालय निर्माण में दोषियों के खिलाफ जांच एवं दंडात्मक कार्यवाही करने तथा विद्यालय को पूर्ण रूप से तैयार करने की मांग की हैं।
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