यह ब्लॉग खोजें

Translate

जाबांजो के देश में शहीदों की ऐसी उपेक्षा........भारत मां के वीर सपूतों से छल है।

"शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,, 


वतन पर मरनें वालों का यही बाकी निशां होगा"



देवरिया : भारत वीरों का देश है यहां के प्रत्येक सैनिकों में चट्टानों से टकरानें की क्षमता है, यहां का वीर सैनिक ग्लेशियर जैसी दुर्गम बर्फीली पहाड़ी पर -60 डिग्री सेन्टिग्रेट तापमान में भी अपनें कभी न टूटने वाले जज्बे के साथ अपना फौलादी सीना अड़ार दुश्मनों की गोलियों का बड़ी बहादुरी के साथ सामना करता है। बचपन से ही देश सेवा के सपनें को संजोकर जब वो जांबाज सेना में भर्ती होता है तो उसका सिर्फ एक ही सपना रहता है अपनी मातृभूमि मर मिटना,वह सीमा पर दुश्मनों से लड़ते हुए अमरत्वता को प्राप्त हो जाता है। लेकिन जरा आप कल्पना करिये कि राजनीति के चक्कर में अगर एक शहीद का अपमान वर्षों से हो रहा हो तो यह कितना कष्टप्रद है ,यह भारत जैसे पुरूषार्थी राष्ट्र के लिए अशोभनीय है।


ऐसा ही कुछ घटित हो रहा है देवरिया लार नगर में, जी हां ये वही देवरिया है जिसे देवों की भूमि कहा जाता है, इसी पवित्र माटी पर 1008 योगीराज परमपूज्य महान संत देवरहा बाबा भी हुआ करते थे,लेकिन ऐसे पवित्र माटी पर एक वीर सैनिक जिसनें जम्मू कश्मीर के बारामुला में आतंकवादीयों से लोहा लेते हुए वीर गति को प्राप्त हुआ, का अपमान हो रहा हो तो यह कितनें शर्म की बात है, 16 वर्षों से यहां के राजनेता या प्रशासन जो आज तक उस वीर सैनिक के सम्मान में एक विशिष्ट कार्य कराना तो दूर उस वीर सैनिक के मूर्ति का अनावरण तक नहीं करा सके, उस शहीद की आत्मा कराह रही है तथा आज भी अपनें मूर्ति के अनावरण की बांट जोह रही है।


लार नगर के धवरिया वार्ड के संजय चौहान महज 17 वर्ष की उम्र में देश सेवा का जज्बा लिये भारतीय सेना के राजपूत रेजिमेंट में वर्ष 2002 में भर्ति हो गये, एक वर्ष की कठिन ट्रेनिंग के बाद उनकी पहली पोस्टिंग जम्मू कश्मीर के बारामूला में हुई, ड्यूटी के दौरान वर्ष 2004 में सीमा पर आतंकवादीयों नें इनकी बटालियन पर हमला कर दिया,आमनें सामनें की लड़ाई में दुश्मनों की एक गोली इनके सीनें पर लगी लेकिन इन्होंनें अपनें अदम्य साहस और शौर्य का परिचय देते हुए अंत तक दुश्मनों का मुकाबला किया लेकिन दुर्भाग्यवश अत्यधिक रक्त बह जानें के कारण वे भारत मां की गोद में सदा के लिए सो गये। सारा क्षेत्र अपनें वीर जवान की सहादत को नमन कर रहा था वहीं लार नगर की चेयरमैन सत्यवंती देवी नें उनके वार्ड धवरिया में शहीद के सम्मान में प्रवेश द्वार बनवाया और प्रतिमा लगवाईं थी, लेकिन इसी बीच उनके कार्यकाल के समाप्त हो जानें के बाद नये उदासीन जनप्रतिनिधियों के निष्क्रियता के कारण आजतक मूर्ति का अनावरण नहीं हो सका जबकी मूर्ति को लगे 16 वर्ष से भी अधिक हो गये हैं।


मूर्ति के अनावरण को लेकर लार युवा मोर्चा के सभी सदस्यों नें शहीद की मां और भाभी सहित सगे सम्बन्धियों तथा क्षेत्र वासियों को लेकर धरना भी दिया था! लार युवा मोर्चा के अध्यक्ष साहू विशाल गुप्ता ने कई बार सूबे के माननीय मुख्यमंत्री,महामहीम राज्यपाल महोदया, तथा जिलाधिकारी देवरिया महोदय से मूर्ति के अनावरण के सम्बन्ध में आग्रह स्वरूप पत्र भी लिखा तथा मूर्ति के अनावरण की कारुणिक मांग की जिसपर संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी देवरिया श्री अमित किशोर नें सेना के किसी बड़े अधिकारी से मूर्ति का अनावरण करवानें का आश्वासन भी दिया लेकिन दुर्भाग्यवश पांच महीनों से देश कोरोना की चपेट में है महीनों लाकडाउन रहनें के बाद अब थोड़ी राहत है। इसी बीच जैसे ही जिलाधिकारी महोदय द्वारा 6 सितम्बर को शहीद वंशीधर के मूर्ति का अनावरण किया गया वर्षों से उपेक्षित शहीद संजय चौहान की मूर्ति के अनावरण सा जख्म हरा हो गया और लोग नगर में चर्चा करनें लगे कि आखिर एक शहीद जब सबके लिए पूजनीय है तो फिर शहीद शहीद में भेद क्यों? शहीद की मां चम्पा देवी अपनें बेटे को याद करते हुए फफक पड़ती हैं और कहती हैं कि "बाबू त देशवा खातिर आपन जान दे दिहन, लेकिन आजुओ हमरी सुगनवा के मुर्ती पर्दा से ढकल बा, हम जब भी बाजार जानी त बाबू के सुरतिया सामनें आ जाला और हमार करेजा फाट जाला "


शहीद संजय चौहान की मूर्ति के साथ हो रहे भेदभाव पर लार युवा मोर्चा के सभी सदस्यों का कहना है कि अगर शीध्र ही शहीद की मूर्ति का अनावरण नहीं किया गया तो युवा मोर्चा की टीम समस्त क्षेत्र वासियों के साथ अनिश्चित कालीन आमरण अनशन पर बाध्य होगी।


 


               *हमारे आस पास*


(राष्ट्रीय हिन्दी मासिक पत्रिका, पोर्टल व चैनल)


👆


खबरें उत्तरप्रदेश की......


लिंक पर क्लिक करें और पढ़ें और सभी के साथ शेयर करे........


Featured Post

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन" द्वारा जिला स्तरीय भव्य धरना प्रदर्शन

जिला स्तरीय भव्य धरना प्रदर्शन एवं एक दिवसीय स्कूल बंद रैली का आयोजन  और मुख्यमंत्री के नाम ग्यारह सूत्रीय मांगो का ज्ञापन सौंपा गया। बंद रह...